देहरादून, लोहाघाट से भाजपा विधायक पूरन सिंह फर्त्याल ने भा.ज.प. नोटिस का जवाब प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत को सौंप दिया है। विधानसभा के सत्र के दौरान कार्य स्थगन की सूचना देकर अपनी ही सरकार के लिए असहज स्थिति पैदा करने पर पार्टी ने उन्हें अनुशासनहीनता के आरोप में कारण बताओ नोटिस भेजा था। विधायक पूरन सिंह फर्त्याल टनकपुर-जौलजीबी मोटर मार्ग के टेंडर में गड़बड़ी को लेकर अपनी ही सरकार से खफा चल रहे हैं। विधानसभा के एक दिनी मानसून सत्र में विधायक पूरन सिंह फर्त्याल ने टनकपुर- जौलजीबी मोटर मार्ग के क मसले पर कार्य स्थगन की सूचना दी थी लेकिन स्वीकार नहीं हुई, इससे विपक्ष कांग्रेस को सरकार को कठघरे में खड़ा करने के लिए एक मुद्दा मिल गया।
शनिवार को विधायक पूरन सिंह फर्त्याल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था जिसमें प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार की ओर से भेजे गए नोटिस में उल्लेख किया गया कि विधायक पूरन सिंह फर्त्याल द्वारा मीडिया में दिए जा रहे वक्तव्यों से सरकार और संगठन की छवि धूमिल हो रही है। सत्तापक्ष का विधायक होने के बावजूद वह विधानसभा में कार्यस्थगन का प्रस्ताव लाए। यह व्यवहार अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। नोटिस में कहा गया कि इस कारण क्यों न उनके विरुद्ध पार्टी संविधान के अनुरूप अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। विधायक पूरन सिंह फर्त्याल को जवाब देने के लिए सात दिन का वक्त दिया गया, लेकिन उन्होंने दो दिन बाद ही सोमवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत को जवाब सौंप दिया।