देहरादून। उत्तराखण्ड में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कांग्रेस के बड़े नेता हरीश रावत ने भाजपा साथा है। उन्होंने मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा में चली अंदरूनी गुटबाजी पर तंज कसा है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा है कि ‘तीरथ के सर पर ताज, निशंक और अजय भट्ट क्यों नहीं बने सरताज? क्या दल बदलूओं में से कुछ होंगे बेताज? इस पर भाजपा का आगे का हुलिया निर्भर करता है, बाकी जैसा गया, वैसा ही आया। उत्तराखंड की जनता के लिये तो केवल यही पहेली अब सुलझनी बाकी है।’
#तीरथ के सर पर ताज, #निशंक और #अजय_भट्ट क्यों नहीं बने सरताज? क्या #दल_बदलूओं में से कुछ होंगे बेताज? इस पर भाजपा का आगे का हुलिया निर्भर करता है,बाकी जैसा #TSR गया, वैसा ही TSR आया। #उत्तराखंड की जनता के लिये तो केवल यही पहेली अब सुलझनी बाकी है।#Uttarakhand pic.twitter.com/xOC3Gyb6Ox
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) March 11, 2021
उन्होंने उनकी सरकार को गिराने के बाद कांग्रेस छोड़ भाजपा में गये नेताओं को भी सीधे निशाने पर लिया है। उन्होंने सवाल किया है कि भाजपा के दल-बदलुओं के खिलाफ कोई कार्रवाई करेगी। उन्होंने तीरथ सिंह रावत की मुख्यमंत्री पद पर ताजपोशी पर कहा कि जैसा गया है वैसा ही आया है। इससे सरकार की कार्यशैली पर बहुत फर्क नहीं पड़ने वाला है।
कांग्रेस नेता हरीश रावत लगातार सतारूढ़ भाजपा को अलग-अलग मुद्दो घेरते आए हैं।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने उत्तराखण्ड में नेतृत्व परिवर्तन कहा कि चेहरा बदलने पर बीजेपी का पाप नहीं धुलेगा। उन्होंने कहा कि चार साल बेमिसाल का नारा देने वाली भाजपा सरकार ने जो जनता को छला है उनका हिसाब उत्तराखण्ड की जनता जरूरी लेगी।
उन्होंने की उत्तराखण्ड की जनता ने भाजपा पर जो भरोसा जताया था वो सब सपने जनता के चकनाचूर हो गये। प्रदेश का नौजवान बेरोजगारी का दंश झेल रहा है। मुख्यमंत्री बदल कर भाजपा ने अपनी नाकामी का सर्टिफिकेट खुद दे दिया है।