देहरादून। पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत दिल्ली में है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उन्हें पार्टी हाईकमान ने दिल्ली बुलाया है। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ये पहला मौका है जब पूर्व सीएम दिल्ली हाईकमान से मिलने गए हैं। इसी के साथ ही उनके दिल्ली दौरे को लेकर सियासी गलियारों में कयासबाजी शुरू हो गई है।
ऐसा माना जा रहा है कि पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र को हाईकमान कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है। पिछले दिनों बीजेपी महामत्री बीएल संतोष उत्तराखण्ड आये थे। इस दौरान महामंत्री बीएल संतोष की त्रिवेन्द्र के निजी आवास पर मिलने पहुंचे थे। राजनीति के जानकार इसके भी अलग मायने निकाल रहा है।
राजनीति पण्डित बताते है कि त्रिवेन्द्र के प्रशासनिक और त्वरित फैसले लेने की क्षमता का हाईकमान और संघ कायल है। प्रदेश में हुए सत्ता परिवर्तन के दौरान बतौर पर्यवेक्षक दुष्यंत गौतम और डा० रमन सिंह त्रिवेन्द्र विकास माडल की प्रशंसा कर चुके है। भाजपा प्रदेश प्रभारी इसके बाद कई मंचों पर त्रिवेन्द्र को केन्द्र बड़ी जिम्मेदारी का संकेत दे चुके हैं।
हालांकि उनके करीबियों का कहना है कि त्रिवेन्द्र सिंह रावत अपनी पुत्री को छोड़ने दिल्ली गए हैं और इस दौरान वे पार्टी के बड़े नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं। अटकलबाजियां जो भी लेकिन सच्चाई ये है कि त्रिवेन्द्र सिंह रावत मंगलवार सुबह दिल्ली के लिए रवाना हुए है।