नई दिल्ली। दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी भले ही अब हुई हो, लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह आशंका 22 जनवरी को ही जता दी थी। उन्होंने डिजिटल प्रेसवार्ता में कहा था कि सूत्रों से जानकारी मिली है कि केंद्र सरकार सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार करना चाहती है। पांच राज्यों में चुनाव को देखते हुए जांच एजेंसियां सक्रिय हैं और पंजाब चुनाव के मतदान के कुछ समय बाद केंद्र सरकार सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार करवा सकती है।
इसके साथ ही सीएम अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा था कि प्रवर्तन निदेशालय के साथ ही अन्य एजेंसियां भी हैं, उन्हें भेजें, हम स्वागत करेंगे। केंद्र सरकार पहले भी दो बार रेड करवा चुकी है, हमें कोई डर नहीं है। हमने कोई गलत काम नहीं किया है।
यहां पर बता दें कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को हवाला मामले में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। ईडी की इस कार्रवाई से दिल्ली की केजरीवाल सरकार का बड़ा झटका लगा है। उनपर फर्जी कंपनियों के जरिए लेन-देन करने का आरोप है। जानकारी के मुताबिक जैन को पहले हिरासत में लिया गया था। ईडी ने पहले उनसे पूछताछ की और फिर गिरफ्तार कर लिया।
वहीं, मनी लांड्रिंग मामले में दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार कर लेने से एक बार फिर दिल्ली में राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। आम आदमी पार्टी (आप) के सभी बड़े नेता पूर्व में अनेक बार यह कहते रहे हैं कि दिल्ली सरकार के मंत्रियों पर केंद्र सरकार की एजेंसियों ने हाथ डालने की कोशिश की, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली, क्योंकि उन्हें किसी तरह का भ्रष्टाचार नहीं मिला।
वहीं, अब जबकि ईडी ने सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया है तो वे इसे भी पार्टी के विस्तार में बाधा डालने की केंद्र सरकार की साजिश बता रहे हैं। पार्टी के नेताओं का कहना है कि हिमाचल प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को अपनी हार नजर आ रही है, इसी वजह से उसने वहां के प्रभारी जैन को गिरफ्तार किया है।
आम आदमी पार्टी दिल्ली में तीन बार सरकार बनाने के साथ ही अब पंजाब की सत्ता पर भी काबिज है। वहीं, वह इसी साल के अंत में हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ गुजरात में भी होने वाले चुनावों को लेकर सक्रिय है। इन दोनों ही राज्यों में उसका मुकाबला सत्तासीन भाजपा से है।