नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा सेना भर्ती (Agnipath Scheme Protest) में बनाए गए नए नियमों के खिलाफ लगातार विरोध हो रहा है। इसी बीच विपक्ष भी मोदी सरकार को कटघरे के घेरे में खड़ा कर रहा है। अग्निपथ योजना पर तीसरे दिन बवाल के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi on Agnipath) ने भी ट्विटर पर सरकार की आलोचना की। उन्होंने लिखा अग्निपथ – नौजवानों ने नकारा, कृषि कानून – किसानों ने नकारा, नोटबंदी – अर्थशास्त्रियों ने नकारा, GST – व्यापारियों ने नकारा। देश की जनता क्या चाहती है, ये बात प्रधानमंत्री नहीं समझते। क्योंकि, उन्हें अपने ‘मित्रों’ की आवाज़ के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता।
PM मोदी को ‘मित्रों’ की आवाज़ के अलावा कुछ नहीं सुनता
वहीं उन्होनें एक और ट्वीट करते (Rahul Gandhi on Agnipath) हुए कहा कि न कोई रैंक, न कोई पेंशन न 2 साल से कोई direct भर्ती न 4 साल के बाद स्थिर भविष्य न सरकार का सेना के प्रति सम्मान देश के बेरोज़गार युवाओं की आवाज़ सुनिए, इन्हे ‘अग्निपथ’ पर चला कर इनके संयम की ‘अग्निपरीक्षा’ मत लीजिए, प्रधानमंत्री जी।
प्रधानमंत्री जी नौकरियां बनाने में नहीं, नौकरियों पर ‘News’ बनाने में एक्सपर्ट
इससे पहले राहुल गांधी (Rahul Gandhi on Agnipath) ने सरकार पर हमला बोलते हुए एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि जैसे 8 साल पहले युवाओं को हर साल 2 करोड़ नौकरियों का झांसा दिया था, वैसे ही अब 10 लाख सरकारी नौकरियों की बारी है। ये जुमलों की नहीं, ‘महा जुमलों’ की सरकार है। प्रधानमंत्री जी नौकरियां बनाने में नहीं, नौकरियों पर ‘News’ बनाने में एक्सपर्ट हैं।
इस स्कीम को तुरंत वापस लीजिए
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी सरकार को घेरते हुए कहा कि 24 घंटे भी नहीं बीते कि भाजपा सरकार को नई आर्मी भर्ती का नियम बदलना पड़ा। मतलब, योजना जल्दबाजी में युवाओं पर थोपी जा रही है। इस स्कीम को तुरंत वापस लीजिए। एयरफोर्स की रुकी भर्तियों में नियुक्ति और रिजल्ट दीजिए। सेना भर्ती को (आयु में छूट देकर) पहले की तरह कीजिए।