काशीपुर: अग्निपथ योजना को देश के युवाओं के लिए घातक करार देते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एमपी चौक पर ओबरब्रिज के नीचे प्रदर्शन किया। उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। देश भर में मोदी सरकार की तरफ से सेना में नए स्कीम लॉन्च किये जाने का पुरजोर विरोध हो रहा है। देश भर के तमाम राज्यों में अलग अलग तरह से सेना में भर्ती की तयारी कर रहे थे। बीते दो साल से सेना भर्ती की प्रक्रिया ठप रहने से ये आक्रोश और ज्यादा निकलकर सामने आ रहा है।
रविवार को कांग्रेस कार्यकर्ता एमपी चौक पर एकत्र हुए। उन्होंने अग्निपथ योजना के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कहा कि इस तरह की योजना से देश में बेरोजगारी और बढ़ेगी। कहा कि सेना में भर्ती होने के लिए युवा पसीना बहा रहे हैं लेकिन सरकार को युवाओं के रोजगार की कोई परवाह नहीं है। केंद्र सरकार उनकी भावनाओं से खिलवाड़ कर अग्निपथ योजना को ठेका प्रथा के तौर पर लागू कर रही है। कांग्रेसियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। वहां युवा विस क्षेत्र प्रभारी प्रभात साहनी, महेंद्र बेदी, अब्दुल कादिर, चेतन अरोरा, राहुल रमनदीप, अनित मार्कंडेय, मो. अरशद, समर खान, भारत मार्कंडेय, राहुल कांबोज, नितिन, राज सक्सेना, रुद्र राजपूत, महेश, विक्रम, शुभम आदि थे.
इधर, गदरपुर में भी अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी सड़कों पर उतर कर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और पुतला फूंका।
रविवार को यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर एवं कार्यवाहक नगर अध्यक्ष सिद्धार्थ भुसरी के नेतृत्व में कार्यकर्ता नगर पालिका गेट के सामने एकत्र हुए। उन्होंने नारेबाजी के बीच केंद्र सरकार का पुतला फूंका। सुमित्तर भुल्लर ने केंद्र सरकार पर नौजवानों की ताकत को प्रयोगशाला के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। सिद्धार्थ भुसरी ने कहा कि केंद्र सरकार को अग्निपथ योजना को तत्काल रद करना चाहिए और पूर्व में जो भर्तियां अधूरी पड़ी हुई हैं, उनको पूरा करना चाहिए। पुतला फूंकने वालों में सभासद ऋषभ कंबोज, संजीव झाम, बृजेश कुमार, किशोर सामंत, मोहित चौहान, सतनाम चंद कंबोज, जसपाल बिष्ट, सुनब्बर अली आदि थे।
जन प्रतिनिधियों की सेवा समाप्ति भी बिना पेंशन की जाए
खटीमा। अग्निपथ योजना का पूर्व सैनिक संगठन ने भी विरोध किया है। उन्होंने अग्निपथ योजना को सेना का मनोबल गिराने वाला बताते हुए कहा कि यह देश के लिए खतरनाक है। संगठन के अध्यक्ष कुंवर सिंह खनका ने कहा कि कहा कि बेरोजगार युवाओं का आक्रोश जायज है लेकिन राष्ट्र की संपत्ति देश की जनता के लिए है। इसको किसी भी स्थिति में बर्बाद होने से रोका जाए।
उन्होंने युवाओं से राष्ट्र की संपत्ति को नुकसान न पहुंचाने की अपील की। कहा कि सरकार सेना से पहले विधायकों, सांसदों, मुख्यमंत्रियों व प्रधानमंत्री के लिए केवल पांच साल सेवा और उसके बाद बिना पेंशन सेवा समाप्ति की योजना लाए। रविवार को लोहियाहेड रोड स्थित बरात घर के हॉल में पूर्व सैनिक संगठन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने बैठक के बाद पत्रकार वार्ता की।
खनका ने कहा कि सरकार विरोध के बाद अब अग्निवीरों के लिए चार साल बाद अर्द्धसैनिक बलों में आरक्षण देने बात कर अर्द्धसैनिक बलों में भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए नुकसानदेह फैसला ले रही है। राजशाही कभी अपना वेतन एवं पेंशन नहीं घटाती है। नेता पेंशन में प्रतिमाह लाखों रुपये लेते हैं। नेताओं का कार्यकाल पांच साल तथा उनकी पेंशन बंद कर दी जाए। देश के पूर्व सैनिकों की पेंशन भी बंद हो। देश का कानून अमीर, गरीब, नेता व जनता सभी के लिए समान होना चाहिए।
संगठन के राजेश ठकुराठी ने कहा कि चार साल बाद केवल 25 फीसदी को नौकरी मिलेगी और समान योग्यता के बावजूद बाहर होने वाले 75 फीसदी में द्वेष व वैमनस्यता की भावना बढ़ेगी जो देश व समाज के लिए घातक होगी। पूर्व सैनिकों का कहना था कि उत्तराखंड जैसे राज्य के लिए अग्निपथ योजना ज्यादा दुखदायी है। वहां जीवन सिंह मेहता, मोहन भट्ट, एलडी जोशी, राम सिंह मेहरा, प्रेम भंडारी, राजेंद्र कापड़ी, भुवन कापड़ी, हरीश खाती, हरीश जोशी, मान सिंह बोरा, रमेश कन्याल आदि थे।
अग्निपथ योजना को अहितकर बताया
खटीमा। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित संगठन से जुडे भगवान सिंह ठाकुर ने केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को ज्ञापन भेजकर अग्निपथ योजना को युवाओं के लिए अहितकारी बताया। कहा कि सेना भर्ती की अग्निपथ योजना देश के नौजवानों के अहित में है। चार साल की नौकरी में इन सैनिको को आजीवन पेंशन से वंचित रहना पड़ेगा। उन्होंने सरकार से युवाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए फैसला लेने की मांग की।